क्या ज्योतिष की भविष्यवाणियों से फायदा उठाया जा सकता है?

जैसे बारिश और मौसम से जुड़ी जानकारियों फायदेमंद होती हैं, और सुनामी और चक्रवात आदि की भविष्यवाणियों को सुनकर हम सतर्क हो जाते हैं, क्या उसी तरह से ज्योतिष की भविष्यवाणियों से भी फायदा उठाया जा सकता है?

एम एम कीरवानी: सद्‌गुरु, अगर किसानों को बारिश या मौसम से जुड़ी दूसरी जानकारियां पहले ही दे दी जाती हैं तो वे इनका फायदा अपनी खेती में उठा पाते हैं। इसी तरह से मछुआरों को अगर सूनामी, तूफान या चक्रवात की जानकारी पहले से दे दी जाती है तो वे भी उसका फायदा उठा पाते हैं। फिर ज्योतिष मानवता के लिए उस तरह से उपयोगी क्यों नहीं हो सकती?

सद्‌गुरु: यह एक लोकप्रिय सवाल है – देखिए यहाँ बैठे सभी लोग चुप हो गए हैं। हमें इस बात को समझना होगा कि इस दुनिया में मुख्य रूप से पांच मूल तत्व होते हैं, जिन्हें हम पृथ्वी, जल, वायु, अग्नि व आकाश के तौर पर जानते हैं। दुनिया की सारी चीजें इन्ही पांच तत्वों से बनी हैं। इनसे पैदा होने वाले पदार्थ धीरे धीरे विकसित होते गए।

आज आप एक ऐसा कंप्यूटर बना सकते हैं, जो बात करे, चले और हर जगह आ-जा सके। लेकिन यह सब एक ‘प्रोग्राम’ से होता है। लेकिन आज इंसान होने का मतलब है कि हमने चेतना विकसित कर ली है। इसका मतलब हुआ कि हम जिन पदार्थों से बने थे, उनकी स्वाभाविक प्रवृत्तियों(झुकावों) से आगे निकल सकते हैं। एक समय ऐसा था, जब हवा जिस दिशा में बहती थी, सभी नौकाएं उसी दिशा में चलती थीं। लेकिन आज इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि हवा किस दिशा में बह रही है, आज जहाज को जहां जाना होता है, उसी दिशा में वे जाते हैं। यह सब मानव चेतना, मानव क्षमता व मानव इच्छा शक्ति के चलते ऐसा हुआ है।

अध्यात्म से जुड़े व्यक्ति पर कोई अच्छा ज्योतिषी भविष्यवाणी नहीं करेगा

अगर कोई सही मायने में प्रतिभाशाली व बुद्धिमान आदमी हो तो क्या आप उनके बारे में भविष्यवाणी कर सकते हैं कि कल वे क्या करेंगे? हो सकता है कि वे कुछ ऐसा कर जाएं, जो इस धरती पर कभी पहले हुआ ही न हो। लेकिन अगर आप किसी मूर्ख को देखें तो आप बता सकते हैं कि वह कल क्या करेगा। तो अगर आपको किसी कागज पर लिखकर दे दिया जाए कि कल आप क्या करेंगे तो मैं सिर्फ आपके लिए अफसोस ही जाहिर कर सकता हूं।

सवाल उठता है कि क्या ग्रहों, विभिन्न तत्वों व दूसरी चीजों का हम पर कोई असर नही पड़ता है। बेशक उन सबका असर पड़ता है। लेकिन यहां सवाल है कि क्या आपको लगता है कि दुनिया की बेजान चीजें, जैसे – ग्रह, नक्षत्र व तारे आदि मानव चेतना से ज्यादा प्रभावशाली हैं। आपको यह फैसला जरूर करना चाहिए। क्या हमें इस धरती या ग्रहों की किस्मत तय करनी चाहिए या ग्रह को यह तय करना चाहिए कि हम कौन हैं? तो अगर आप अपने जीवन की कमान अपने हाथ में नही लेते, तो कुछ हद तक ग्रह ही यह तय करेंगे कि आपके साथ क्या होना चाहिए। देश में जितने भी अच्छे ज्योतिषी हैं, अगर आप उनसे कहें कि आप आध्यात्मिक मार्ग पर चल रहे हैं तो वे आपके बारे में भविष्यवाणी नहीं करेंगे, क्योंकि आपने अपने जीवन की कमान अपने हाथों में ले ली है। मेरी दिलचस्पी इसमें है कि आप में से हरेक व्यक्ति अपने जीवन की लगाम अपने हाथ में रखे। मतलब यह कि अगर आपको अपने भौतिक शरीर पर पूरी तरह से महारत है तो पंद्रह से बीस प्रतिशत आपका जीवन और आपकी किस्मत आपके हाथों में होगी। अगर आपको अपने मन पर महारत हो तो आप अपने जीवन और किस्मत के पचास से साठ फीसदी मालिक हैं। अगर आपकी महारत अपनी जीवन ऊर्जा पर हो जाए तो सौ प्रतिशत आपके जीवन की कमान और आपकी किस्मत आपके हाथों में होगी।

दुर्घटनाओं की पहले से जानकारी पाना

एम एम कीरवानी: लेकिन सड़क पर आपको ऐसे साइनबोर्ड भी दिख जाएंगे जिन पर लिखा होता है- ‘दुर्घटना संभावित क्षेत्र,’ लेकिन इसका मतलब यह नहीं होता कि उस इलाके से गुजरने वाले हर वाहन के साथ कोई दुर्घटना घटेगी। फिर भी उस इलाके में दूसरे इलाकों की अपेक्षा ज्यादा दुर्घटना की संभावना होती है।

सद्‌गुरु: सबसे पहली चीज, किसी भी सरकार को यह कहने का कोई मतलब नहीं है कि यह इलाका ‘दुर्घटना संभावित’ है। उन्हें हमें बस यह बताना चाहिए कि यह सड़क किस तरह की है, इस सड़क पर मोड़ या घुमाव कितना है, पुल टूटा है या ठीक है, कोई सड़क आगे मिल रही है, आदि। उसके बाद हम तय करेंगे कि हमें इस सड़क पर कैसे ड्राइविंग करनी है। वे हमें यह क्यों बता रहे हैं कि यह दुर्घटना संभावित इलाका है? सिर्फ इसलिए क्योंकि कोई बेवकूफ इस इलाके में दुर्घटना का शिकार हो गया?

अब हो सकता है कि मैं बहुत अच्छा ड्राइवर हूं, फिर भी मैं किसी से टकरा सकता हूं या कोई चीज मुझसे टकरा सकती है। यह संभावना तो जीवन के हर क्षेत्र में हमेशा रहती है। असली दिक्कत यह है कि आपमें चीजों को संभालने का साहस नहीं होता, इसलिए आप जानना चाहते हैं कि कल क्या होगा। अगर आप जानना चाहते हैं कि कल क्या होगा तो एक चीज आपके साथ होगी, कि आप आज के खेल को ठीक ढंग से नहीं खेल पाएंगे। बुनियादी रूप से आप एक मैच फिक्सर बनना चाहते हैं, इसीलिए आप कल के खेल को पहले से जान लेना चाहते हैं कि उस खेल का नतीजा क्या होगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *