भगवान कृष्ण की पूजा पूरे विश्व में की जाती है। विश्व में कृष्ण के कई मशहूर मंदिर है जो अपनी वास्तुकला के सौंदर्य और कलात्मक अभिव्यक्ति के लिए जाने जाते हैं। भारत में भी कृष्ण मंदिरों की दीवानगी भक्तों के सिर चढ़कर बोलती है।
मथुरा का कृष्ण मंदिर- कृष्ण भगवान के भक्तों का सबसे ज्यादा आना मथुरा और वृंदावन में होता है। भगवान कृष्ण का जन्म मथुरा में हुआ और उनका बचपन वृंदावन में गुजरा। यहां पर कृष्ण जन्मभूमि मंदिर बना है। इतिहासकारों के मुताबिक यहां की गर्भ गृह में श्री कृष्ण का जन्म हुआ था।
बांके बिहारी मंदिर, वृंदावन- इसे ब्रज भूमि भी कहा जाता है। यहां राधा रमन, रंगजी, राधा वल्लभ और इस्कॉन मंदिर है। हालांकि यहां का सबसे सम्माननीय मंदिर बांके बिहारी को माना जाता है। 1864 में स्वामि हरिदास ने इस मंदिर को बनाया था। श्रीकृष्ण को पितांबर के कपड़ो से सजाया जाता है।
श्रीनाथ मंदिर, उदयपुर (राजस्थान)- श्रीनाथ मंदिर के नार्थद्वारा में सबसे धनी मंदिर। 18वीं शताब्दी में निर्माण। ब्रज भूमि के लोगों को बचाने के लिए कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत उठाया था। यहां के ब्राह्मण और कर्मचारी आज भी पुराने जमाने के कपड़े पहनते हैं।
इस्कॉन मंदिर, दिल्ली- हरे राम, हरे कृष्ण के पंथ अनुयायियों ने 1998 में इस मंदिर का निर्माण किया। यह मंदिर भगवान कृष्ण के लिए समर्पित है। कैलाश के पूरब में स्थित इस मंदिर को देखने का अलग ही आनंद आनंद आता है।
गुरुवायुर मंदिर, केरल- थिसुर से करीब 33 किमी दूर स्थित गुरुवायुर मंदिर दक्षिण भारत में बहुत मशहूर है। यह कहा जाता है कि भगवान ब्रह्मा ने कृष्ण के प्रतिमा की पूजा की और भगवान विष्णु को कृष्णावतारम के दौरान उपहार स्वरूप भेंट की।
द्वारकाधीश मंदिर, गुजरात- द्वारका का मतलब मोक्ष का रास्ता या मोक्ष का मेजबान श्रीकृष्ण का एक और महत्वपूर्ण मंदिर है। यह कहा जाता है कि भगवान ने अपनी जिंदगी के 100 साल गुजारे।