चाणक्य के 15 Best सूत्र

चाणक्य नीति

चाणक्य नीति एक ऐसा ग्रंथ है जो सदीयों से मानवता को जीवन शैली की गूढ़ बातें बताता आ रहा है। आधुनिक समय में भी इसका अधिक महत्व है। यहाँ पर चाणक्य नीति के 15 सूत्र आपके लिए प्रस्तुत हैं।

सूत्र 1

दूसरो की गलतियों से सीखो। अपने ही ऊपर प्रयोग करके सीखने को तुम्हारी आयु कम पड़ेगी।

सूत्र 2

किसी भी व्यक्ति को बहुत सीधा साधा नहीं होना चाहिए —सीधे वृक्ष और व्यक्ति पहले काटे जाते हैं।

सूत्र 3

अगर कोई सर्प विषधर नहीं है तब भी उसे विषधारी दिखना चाहिए ता कि डंक भले ही न दे पर डंक दे सकने की क्षमता का दूसरों को अहसास करवाते रहना चाहिए।

सूत्र 4

हर मित्रता के पीछे कोई स्वार्थ अवश्य होताहै –यह कडवा सच है।

सूत्र 5

कोई भी काम शुरू करने के पहले तीन प्रश्न अपने आपसे पूछो —मैं ऐसा क्यों करने जा रहा हूँ ? इसका क्या परिणाम होगा ? क्या मैं सफल रहूँगा?

सूत्र 6

भय को समीप न आने दो। यदि यह समीप आए, इस पर आक्रमण करो, यानी भय से भागो मत इसका सामना करो।

सूत्र 7

दुनिया की सबसे बड़ी शक्ति पुरुष का विवेक और महिला की सुन्दरता है।

सूत्र 8

काम का निष्पादन करो , परिणाम से मत डरो।

सूत्र 9

सुगंध का प्रसार वायु की दिशा पर आधारित होता है पर अच्छाई सभी दिशाओं में फैलती है।

सूत्र 10

ईश्वर चित्र में नहीं चरित्र में बसता है। अपनी आत्मा को मंदिर बनाओ।

सूत्र 11

व्यक्ति अपने आचरण से महान होता है जन्म से नहीं।

सूत्र 12

ऐसे व्यक्ति जो आपके स्तर से ऊपर या नीचे के हैं उन्हें दोस्त न बनाओ, वह तुम्हारे कष्ट का कारण बनेगे। सामान स्तर के मित्र ही सुखदाई होते हैं।

सूत्र 13

अपने बच्चों को पहले पांच साल तक अधिक प्रेम करो। छः साल से पंद्रह साल तक कठोर अनुशासन और संस्कार दो। सोलह साल से उनके साथ मित्रवत व्यवहार करो। आपकी संतति ही आपकी सबसे अच्छी मित्र है।

सूत्र 14

अज्ञानी के लिए पुस्तकें और अंधे के लिए दर्पण एक समान उपयोगी है।

सूत्र 15

शिक्षा सबसे अच्छी मित्र है। शिक्षित व्यक्ति सदैव सम्मान पाता है। शिक्षा की शक्ति के आगे युवा शक्ति और सौंदर्य दोनों ही दुर्बल हैं।

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