चाणक्य नीति
एक गुरु से हम बहुत कुछ सीखते हैं, लेकिन वह सीख तभी हमें सफल बनाती है जब हम उसे अपने जीवन पर अमल करें। अन्यथा वह महज़ एक किताबी ज्ञान बनकर रह जाता है, जो तभी काम आता है जब हम उस किताब को खोलने की इच्छा प्रकट करें। आज हम आपके समक्ष एक महान गुरु, महान राजनीतिज्ञ की उपाधि पाने वाले आचार्य चाणक्य द्वारा प्रदान किए गए ज्ञान पर प्रकाश डालने जा रहे हैं।
हमारे द्वारा पहले भी आचार्य चाणक्य की विभिन्न नीतियों को प्रदान किया गया है। वे महिलाओं के बारे में क्या विचार रखते हैं एवं सफल जीवन पाने के लिए क्या करना चाहिए, इत्यादि विषयों पर हम चर्चा कर चुके हैं।
आज हम आपको बताएंगे कि आचार्य चाणक्य ने कर्तव्य को लेकर क्या कहा था। अपने नीतियों के अनुसार वे कहते हैं कि यह हमारा कर्तव्य है कि हमें कुछ लोगों को सोने से जगा देना चाहिए। यानि कि वे बेवजह सोकर अपना समय व्यर्थ कर रहे हैं, तो उन्हें उठाना चाहिए ताकि कोई बड़ा नुकसान ना हो जाए।
साथ ही आपको बताएंगे कि आचार्य ने किन लोगों को सोते समय उठाना तो दूर, तंग करने से भी मना किया है। क्योंकि यह लोग यदि उठ गए तो आपके लिए ही घातक सिद्ध हो सकते हैं।
उन्हें उठा दें
चाणक्य नीति के अनुसार हमें ये सात लोग अगर सो जाएं, तो इन्हें जगा देना चाहिए – विद्यार्थी, सेवक, पथिक, भूखा आदमी, डरा हुआ आदमी, खजाने का रक्षक, खजांची। लेकिन ऐसा क्यों, जानिए…
विद्यार्थी
विद्यार्थी यदि सो रहा हो तो यह उसके समय की बर्बादी है। उसके जीवन का एक-एक क्षण उसके लिए बेहद अनमोल है, इसे निद्रा में व्यर्थ कर देना उसकी सफलता के विरुद्ध है। इसलिए यदि आप गलत समय पर किसी विद्यार्थी को सोता हुआ पाएं, तो तुरंत उठा दें।
सेवक
सेवक, नौकर आदि किसी के नियमों में बंधा हुआ इंसान होता है। यदि अपने कार्य के समय के दौरान वह सो जाए, तो यह उसके लिए नुकसानदेह है, क्योंकि वह किसी की सेवा करने के लिए बना है।
पथिक
एक पथिक दुनिया का दर्शन करता है, जगह-जगह भ्रमण कर वह चीज़ों को देखता है, समझता है और फिर अन्य लोगों तक उसकी जानकारी पहुंचाता है। यदि वह ज्ञान प्राप्त करने के समय सो जाए, तो उसका पथिक होना ही व्यर्थ है।
भूखा आदमी
यहां भूख से तात्पर्य केवल पेट की भूख नहीं है, हर प्रकार की भूख। ज्ञान प्राप्त करने की भूख, प्रेम की भूख, सफलता की भूख, आदि। यदि इस भूख को भूलकर कोई सो जाए, तो उसकी भूख का उद्देश्य ही मिट जाएगा। इसलिए यदि आपको ऐसा कोई व्यक्ति गलत समय पर सोया हुआ मिले, तो उसे जगाकर उसकी भूख का स्मरण कराएं।
डरा हुआ आदमी
ऐसा इसलिए क्योंकि भयभीत इंसान की नींद में धड़कनें रुक जाने तथा अपने भय से रिलेटेड ड्रीम आने की संभावना के बाद उसका मानसिक संतुलन बिगड़ने का खतरा होता है।
खजाने का रक्षक
यह इंसान एक बड़ी जिम्मेदारी को लेकर जीता है, और अपना कर्तव्य निभाने की बजाय यदि वह सो जाए तो यह एक बड़े नुकसान की ओर इशारा करता है।
खजांची
एक खजांची को तो हमेशा सतर्क रहना चाहिए, यदि वह आंखें मूंदकर अपना कार्य कर रहा है, लापरवाही से पेश आ रहा है तो उसे उसकी जिम्मेदारी का एहसास कराएं।
इन्हें ना जगाएं
चलिए अब आपको बताते हैं कि वे कौन हैं जो यदि सो रहे हों, तो उन्हें जगाना आपके लिए बुरा साबित हो सकता है – सांप, राजा, बाघ, डंक वाला कीट, छोटा बच्चा एवं मूर्ख। आगे जानिए इन्हें जगाना क्यों है बुरा…
सांप
एक जीव अपनी रक्षा के लिए कुछ भी करेगा… तो याद रखें कि यदि सांप सोता हुआ दिखाई दे तो उसे गलती से भी ना जगाएं, वह यकीनन डसेगा।
राजा
राजा को यदि आपने सोते से जगाया तो आपको उसके क्रोध का शिकार होना पड़ेगा। यहां राजा से तात्पर्य केवल किसी राज्य का राजा नहीं है, राजा तो किसी जगह का मालिक होता है। इसलिए ऐसे मालिक को नींद से ना जगाएं।
बाघ
सांप की तरह ही बाघ भी एक खूंखार जीव है, यदि उसे सोते से जगाया तो वह आप पर हमला बोल देगा।
डंक वाला कीट
हम कीट को हटाने के लिए उसे रास्ते से हटाने की कोशिश करते हैं, लेकिन सोते हुए कीट को ना जगाएं, वह काट लेगा।
छोटा बच्चा
छोटे बच्चे को यदि बेवजह नींद से जगा दिया जाए तो उसका व्यवहार चिड़चिड़ा हो जाता है। इसलिए सोते बच्चे को ना जगाएं।
मूर्ख
मूर्ख को जगाने से आपका नुकसान होगा यह जरूरी नहीं, लेकिन उसे जगाने से आपका कोई लाभ भी नहीं होगा। क्योंकि मूर्ख अपनी मूर्खता से केवल कार्य में बाधा ही उत्पन्न करेगा, कोई लाभ नहीं देगा। इसलिए उसे सोने ही दें…