यदि इस पृथ्वी पर जन्म लिया है, तो यहां कई तरह की समस्याओं को भी भोगना होगा। ये समस्याएं नहीं होंगी तो जिंदगी चुनौतीपूर्ण नहीं होगी। लेकिन समझदारी यही है कि आप चाणक्य नीति की इन बातों पर अमल कर इन्हें जीवन में आत्मसात करें। ऐसा करने पर आपका जीवन सुखमय होगा।चाणक्य कहते हैं… ऐसे लोगों से हमेशा बच कर रहना चाहिए जो मुंह पर तो मीठी बातें करते हैं, लेकिन आपके पीठ पीछे आपको बर्बाद करने की योजना बनाते हैं। ऐसा करने वाले तो उस विष के घड़े के समान हैं जिसकी उपरी सतह दूध से भरी है और निचली सतह में विष। पत्नी का वियोग होना, अपने ही लोगों से बे-इज्जत होना, बचा हुआ ऋण, दुष्ट राजा की सेवा करना, गरीबी और दरिद्रों की सभा ये 6 बातें शरीर को बिना आग के जला देती हैं। इसलिए इस तरह की परिस्थितियों से बचें। एक बुरे मित्र पर तो कभी विश्वास ना करें लेकिन एक अच्छे मित्र पर भी विश्वास ना करें। क्योंकि यदि ऐसे लोग आपसे नाराज होते है तो आप के सभी राज से पर्दा खोल देते हैं।
इसलिए दोस्त काफी सोच-समझकर ही बनाएं! मन में विचार किए हुए कार्यों को किसी के सामने प्रकट न करें बल्कि चिंतन-मनन पूर्वक उसकी सुरक्षा करते हुए उस कार्य को करते रहें। मूर्खता दुखदायी है, जवानी भी दुखदायी है, लेकिन इन सबसे कहीं ज्यादा दुखदायी किसी दूसरे के घर जाकर उसका अहसान लेना। इस दुनिया में उस व्यक्ति ने धरती पर ही स्वर्ग को पा लिया जिसका पुत्र आज्ञाकारी हो, जिसकी पत्नी उसकी इच्छा के अनुसार काम करती हो और जिसे अपने धन पर संतोष हो।