15 Quotes / Sadhguru Hindi / Part 1

सही और गलत समाज की धारणाएं हैं। इनका अस्तित्व के लिए कोई औचित्य नहीं होता।

चाहे वह एक किसान हो या उद्योगपति, साधु हो या मुल्ला, आदमी हो या औरत या बच्चा – जब हर इंसान अपनी ओर से उत्तम करता है, तभी देश तरक्की करता है।

देवी एक चीख की तरह हैं – एक उन्माद, जो न तो पागलपन है और न ही विवशता, बस एक विशुद्ध आनन्द है।

नैतिकता को अपनाकर आप कुटिल हो जाएंगे। मानवता को अपनाने से आपका दिल खुद.ब.खुद सृष्टि की हर चीज़ के लिए धड़केगा।

ईश्वर का उद्देश्य आपको यह चीज या वह चीज देना नहीं है। ‘लिंग भैरवी’ आपमें पूर्णता लाकर आपको ‘मुक्ति’ की ओर बढ़ने में सहायता करती हैं।

आप भी महात्मा हो सकते हैं। जब आप यह हिसाब लगाना छोड़ देते हैं कि “मुझे क्या मिलेगा” और पूरी क्षमता से अपना काम करते हैं, तब आप चाहे जहां कहीं भी हों, चमकते रहते हैं।

विजयदशमी अस्तित्व के तीन मौलिक गुणों- तमस, रजस और सत्व – पर विजय पाने के लिए है। मेरी कामना है कि यह दिन आपके लिए विजय दिवस बन जाए।

जब इंसान आपके लिए इस्तेमाल करके त्याग देने वाली चीज बन जाते हैं, तब आपको इसकी कीमत चुकानी पड़ती है।

धर्म बांटते हैं – आध्यात्मिक प्रक्रिया समाहित करती है।

शिक्षा के लिए सिर्फ जानकारी की नहींए बल्कि प्रेरणा की भी जरूरत होती है । सिर्फ उत्प्रेरित लोग ही खुद अपनी और अपने आसपास की जिंदगियों को रूपांतरित कर सकते हैं।

जब आप ध्यानस्थ होने लगते हैं, तब संगीत आपके जीवन का सहज हिस्सा बन जाता है। सब कुछ कंपन है – सब कुछ ध्वनि है।

जब आपके अंदर दुख या कष्ट का कोई भय नहीं रह जाता, तब आप खुद-ब-खुद जीवन को इसकी पूर्ण गहराई में खोजेंगे।

भोजन कोई वस्तु नहीं है – भोजन जीवन है।

चेतना विचारों का कोई पुलिंदा या खास स्तर का कोई ज्ञान नहीं है – यह एक असीम आयाम है।

जब आप लोगों को प्रेम और आदर देकर उनका प्रेम और आदर हासिल करते हैं, तब यह सिर्फ आपके व्यवसाय को ही समृद्ध नहीं बनाता – यह आपके जीवन को भी समृद्ध बनाता है।

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