15 Quotes / Sadhguru Hindi / Part 5

  • चेतनता व जागरूकता भौतिक से अभौतिक आयाम में एक बहुत बड़ी छलांग है।

  • जब चरित्र व ईमान की बात आती है, तो इस देश में बहुत सारे काम किए जाने की जरूरत है – सिर्फ राजनेताओं पर ही नहीं।

  • इंसान के अंदर असीम व अनंत हो जाने की अपनी स्वाभाविक चाहत को पूरी करने की जो संभावना है, उससे उसको वंचित रखना ही मानवाधिकार का असली उल्लंघन है।

  • बिना किसी कारण के कोई प्रभाव नहीं हो सकता।

  • प्रसन्नस, संतुलित और समभाव में स्थित रहना आपको जीवन की उच्चतम संभावना के लिए तैयार करता है।

  • जब आप किसी पर हंसते हैं, तो आप अस्तित्व पर हंस रहे होते हैं, आप सृष्टा पर हंस रहे होते हैं, आप हर चीज पर हंस रहे होते हैं। इसमें किसी भी प्रकार का आनन्द नहीं है।

  • अगर आपको एहसास हो गया है कि जीवन वाकई बहुमूल्य है, तो आप खुद को जीवन के प्रति, जीवन के तरीकों के प्रति, और जीवन के स्रोत के प्रति समर्पित कर देंगे।

  • आलस्य भोजन या विचारों के ज्यादा उपभोग से आता है।

  • आप जीवन पर ध्यान दें। एक ऐसी जबरदस्त चीज है जो हर पल घट रही है।

  • अगर हम दुनिया में चेतना की एक लहर पैदा कर दें, तो धरती को बचाना एक स्वाभाविक परिणाम होगा।

  • निपुणता हमेशा आपके आसपास के लोगों के प्रति आपके प्रेम और परवाह का नतीजा होनी चाहिए – न कि एक मशीनी और उदासीन कार्य-भावना का।

  • अगर खुशी के आंसुओं ने, प्रेम के आंसुओं ने, परमानंद के आंसुओं ने आपके गालों को नहीं धोया है, तो आपने अभी तक जीवन का अनुभव नहीं किया है।

  • योग, आखिरकार, सीमित और असीमित, भौतिक और अभौतिक के बीच की एकजुटता है।

  • चाहे दुनिया खुद को बदले या न बदले – यही वक्त है कि आप अपने जीवन को बदलें।

  • सृष्टि अपने मौजूदा रूप में विस्फोटक रूप से खूबसूरत है। आपको इसकी सजावट करने की जरूरत नहीं है – न तो खुद के जीवन की और न ही किसी और के जीवन की।

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