15 Quotes / Sadhguru Hindi / Part 20

  • इस ब्रह्मांड में काफी कुछ घ्वनि है, और उससे भी कहीं ज्यादा मौन है।

  • जब आप देने के लिए अपना हृदय खोल देते हैं, तो ईश्वर की कृपा हर हाल में इसमें समाने लगती है।

  • प्राकृतिक आपदा जैसी कोई चीज़ नहीं होती। बहुत ज्यादा जनसंख्या ही आपदा है।

  • चाहे जो भी घटित होता है, सवाल यह है कि क्या आप एक बेहतर इंसान बन रहे हैं – ज्यादा स्थिर, ज्यादा खुशहाल, अपने भीतर ज्यादा स्पष्ट?

  • आपका व्यक्तित्व, आपका एक बनावटी रूप है। इसमें आप जितना ज्यादा निवेश करते हैं, आप उतना ही अधुरा और असुरक्षित महसूस करते हैं।

  • ये भावनाएं ही हैं जो आपके जीवन को प्रवाह देती हैं। वे समस्या सिर्फ तभी बनती हैं, जब वे बेकाबू हो जाती हैं।

  • साधना चाहे कितनी भी साधारण हो, अगर आप इसे हर दिन करते हैं, तो धीरे-धीरे, कदम-दर-कदम, यह आपके भीतर एक नये स्तीर की आजादी पैदा करती है।

  • इस दिन गुरु की भरपूर कृपा होती है। अगर आप वाकई इच्छुक हैं तो आपके लिए सृष्टि का हर दरवाजा खुला है। मैं आपके साथ हूं प्रेम व प्रसाद.

  • आप बहुत ज्यादा जीवंत बन सकते हैं, लेकिन आप जीवन से ज्यादा नहीं हो सकते। आप जीवन के विभिन्न आयामों की खोज करें।

  • अगर आप लोगों से खुशी निचोड़ने की कोशिश करते हैं तो सिर्फ पीड़ा ही मिलेगी।

  • सत्यनिष्ठ व चरित्रवान होने का अर्थ है – आप जो कहते हैं, आप जो करते हैं, आप जो सोचते हैं, और आप अपने आसपास जीवन के बारे में जो महसूस करते हैं – इन सब के बीच सामंजस्य है।

  • यह महत्वपूर्ण है कि आप न तो किसी चीज को ऊंचा समझें और न ही किसी चीज को नीचा। हर चीज को वैसे ही देखना, जैसी वह है – यही असली दूरदर्शिता है।

  • खेलना ही जीना है, और जीना ही खेलना है।

  • हर इंसान में कोई न कोई प्रतिभा है, लेकिन लोग दूसरों जैसा बनने की कोशिश में इसे नष्ट कर देते हैं।

  • अपने प्रेम, अपनी खुशी और अपने उल्लास को रोककर मत रखें। आप जो देते हैं, वही आपका गुण बन जाता है, न कि वह जो आप रोक कर रखते हैं।

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