15 Quotes / Sadhguru Hindi / Part 23

  • जीवन को सही और गलत के नजरिए से देखने की कोई जरुरत नहीं है। लेकिन आप यह जरूर जाने लें कि हर कर्म का एक फल होता है।

  • डर हमेशा कल या आने वाले पल के बारे में होता है, न कि वर्तमान के बारे में।

  • हमें लोगों को यह एहसास कराना होगा, कि भगवान को अपने लिए लड़ने वाले सिपाहियों की जरुरत नहीं है।

  • किसी की शिक्षाओं को समझने का सबसे अच्छा तरीका यह है – कि आप उसके जीवन जीने के तरीके को देखें।

  • आपके जीवन का अनुभव इस बात पर निर्भर नहीं करता कि आपके आस-पास कौन है या क्या है, बल्कि इस पर निर्भर करता है कि आप कैसे हैं।

  • सीखना अपने आप में मुक्ति-दायक है। यह परेशानी तब बन जाता है, जब यह थोपा जाता है।

  • आध्यात्मिक प्रक्रिया पीछे की ओर कदम नहीं है। यह तो आगे की तरफ छलांग लगाकर उस जगह पर पहुंचने के लिए है, जहां अभी दूसरे नहीं पहुंचे होते हैं।

  • अपनी क्षमताओं को बढ़ाने व ऊंचा उठाने की कोशिश न करें। खुद को ऊंचा उठाएं – तब आपकी क्षमताएं अपने आप बेहतर हो जाएंगी।

  • आक्रोश में जीना उतना ही हिंसात्मक है जितना कि एक बम लगाना। अंतर सिर्फ इतना है कि आक्रोश से हिंसा आपके भीतर होती है।

  • मैं किसी के द्वारा कही किसी चीज पर विश्वास नहीं करता हूं। मैं उन्हें वैसे ही देखता हूं, जैसी वे हैं।

  • नेतृत्व का मतलब है: साझेदारी, सहयोग, सलाह देना और सहायता करना। इसका मतलब शासन व प्रभुत्व नहीं है। शासन तो क्रूरता है।

  • योग का मतलब बस अपने सिर के बल खड़े होना या सांस रोकना नहीं है। इसका मतलब है अपने जीवन का जिम्मा खुद अपने हाथ में लेना।

  • अगर आप खुशी चाहते हैं, तो आपको भीतर की ओर मुड़ना होगा, क्योंकि यह वहीं पैदा होती है।

  • किसी दूसरे की पीड़ा से कोई भी खुशहाली हासिल नहीं कर सकता।

  • अस्तित्वर के अंतरतम में शांति है। अगर लोग अपने भीतर मुड़ कर इस अंतरतम को छुते हैं, तो सब कुछ शांतिमय हो जाएगा।

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