15 Quotes / Sadhguru Hindi / Part 25

  • विज्ञान जानने के लिए होना चाहिए था, न कि सृष्टि का दोहन करने के लिए।

  • भावनाएं और विचार दो अलग-अलग चीजें नहीं है। आप जैसा सोचते हैं, वैसा ही महसूस करते हैं।

  • अगर आप रूपांतरित होना चाहते हैं, तो सबसे बड़ा रूपांतरण शरीर में होना होगा – क्योंकि शरीर में दिमाग से कहीं बहुत अधिक याद्दाश्त होती है।

  • सामान्य लोग सोचते हैं कि वे व्यावहारिक हैं। लेकिन असल में, उनमें कुछ भी अलग आजमाने की हिम्मत नहीं होती।

  • भौतिक अस्तित्व में कोई निश्चितता नहीं होती। यहां हर चीज सिर्फ एक संभावना होती है।

  • बिना हमारे पूवर्जों के हमारा अस्तित्व नहीं होता। पिछली पीढ़ियों के योगदान की कद्र करना बुद्धिमानी है।

  • आकाश में सूर्य के दक्षिण की ओर बढ़ने के साथ ही चैतन्यल के स्त्री रूप का उत्सव मनाने का समय आ जाता है।

  • भक्ति कोई धारणा, सिद्धांत या काम नहीं है – यह तो खुद को विसर्जित करने का एक साधन है।

  • जब तक हम धर्म, प्रजाति, जाति, लिंग और राष्ट्रीयता के नाम पर बंटे हुए हैं, मानवता को सच्ची सफलता नहीं मिल सकती।

  • उत्सव नारी-सुलभ गुण है। नारीत्व ही उल्लास है। और आपको अपने जीवन में हर पल वैसा ही होना चाहिए – उल्लास से भरपूर और जीवंत।

  • सिर्फ वही इंसान, जिसने जीवन को पूरी तरह से जिया है, शालीनतापूर्वक मर सकता है।

  • योग स्वर्ग जाने के बारे में नहीं है। यह खुद को स्वर्ग बना लेने के बारे में है।

  • गुरु वो होता है जो आपके भीतर के अंधकार को दूर करता है। आप चाहें तो उसे लाइट बल्ब कह सकते हैं।

  • धर्म उन नियमों का पालन करना है, जिनसे जीवन संचालित होता है।

  • आज का दिन हर उस चीज के प्रति आदर भाव प्रकट करने के लिए है, जो आपके जीवन में योगदान करती है। इनमें सबसे महत्वपूर्ण साधन आपके शरीर और दिमाग हैं।

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