जीवन को इस तरह घटित होने दें, जिसकी संभावना की आपने कल्पना भी न की हो। जो आपकी कल्पना के परे है, उसे खुद के लिए घटित होने दें।
अगर आप उन चीजों से अपनी पहचान बनाना बंद कर दें, जो आप नहीं हैं, तो आपका मन निश्चल हो जाएगा। ध्यान के लिए बस इतना ही करना होता है।
आपके भीतर जीवन में किसी भी किस्म की कोई याददाश्त नहीं होती। यह बस एक लौ की तरह जल रहा है।
अगर आप वाकई भूखे हैं तो सब कुछ भोजन है। अगर आप जरूरत से ज्यादा खा लेते हैं, तो सब कुछ जहर है।
मेरी कामना है कि इस दीवाली पर आपका भीतरी प्रकाश फैले और हर तरफ रोशनी फैलाए। प्रेम, प्रकाश और हंसी,
योग एक तकनीक है। अगर आप इसे इस्तेमाल करना सीख जाते हैं, तो यह काम करता है – इससे फर्क नहीं पड़ता कि आप कहां से हैं, या आप किसमें विश्वास करते हैं या विश्वास नहीं करते।
जब हॉरमोंस हावी हो जाते हैं, तो वे आपकी पूरी दृष्टि को बिगाड़ देते हैं। आपको गुफा में जाने की जरूरत नहीं है, पर आप इतने सक्षम बनें कि इसके पार देख सकें।
जीवन पूरे विस्तार में है। आप बस एक फूल या एक चींटी को ध्यान से देखें, कि सृष्टि का हर अंश कितनी जटिलता से रचा गया है!
आप चाहे किसी चीज को पसंद करें या नापसंद करें – दोनों ही हालातों में आप सच्चाई को बढ़ा-चढ़ा कर देखते हैं।
यह सोचना बेवकूफी है कि हमने वैश्वीकरण किया है। यह विश्व हमेशा से एक रहा है।
एक संपूर्ण मनुष्य होने का मतलब है – अपने जीवन के हर पहलू को, हर पल को पूरी तरह से जीना।
सिर्फ एक ही चीज, जिससे आपको अभिभूत होना चाहिए, वह है स्वयं जीवन की भव्यता।
दुनिया को सतही नतीजों के आधार पर बांटना बेतुका है। अगर आप भरपूर ध्यान देते हैं, तो संपूर्ण ब्रह्मांड सिर्फ एक घटना है।
जो चीज आपके लिए और हर किसी के लिए अच्छी है, उसके लिए कोशिश करने से आप जीवन को जान जाएंगे।
इस दुनिया में कोई भी चुना हुआ नहीं है। ईश्वर हर एक के साथ और हर चीज के साथ समान रूप से शामिल है।