15 Quotes / Sadhguru Hindi / Part 42

  • जन्म और मृत्यु तो बस मार्ग हैं, जहां से होकर जीवन एक चरण से दूसरे चरण में पहुँचता है।

  • अपराधबोध सामाजिक तौर पर पनपी एक भावना है – एक ऐसा जहर जिसका आप खुद के खिलाफ इस्तेमाल करते हैं।

  • उम्र के साथ आपके मस्तिष्क का क्षय होना कोई जरुरी नहीं है। सरल योगाभ्यासों से आप इसे बेहतर बनाए रख सकते हैं।

  • जीवन की सुंदरता इसमें नहीं है कि आपने क्या हासिल किया है या आपके पास कितना है, बल्कि इसमें है कि आप कैसे हैं।

  • संपूर्ण भागीदारी के साथ करने पर कोई भी काम एक आध्यात्मिक प्रक्रिया बन सकता है।

  • सौदाबाजी हो या शादी हो – यह कारगर सिर्फ तभी होगा जब इसमें दोनों पक्षों को फायदा हो।

  • हर चीज जो मैं जानता हूं, जो मेरे गुरु जानते थे, और जो संपूर्ण आध्यात्मिक परंपरा जानती थी, वह ध्या नलिंग में ऊर्जा के रूप में मौजूद है।

  • जब आप स्वाभाविक रूप से मौन हो जाते हैं, तो आपके भीतर ॐ की गूंज खुद-ब-खुद होने लगेगी।

  • भीतरी आयाम को जानने के लिए विश्व की किसी भी संस्कृति ने खुद को इतना समर्पित नहीं किया, जितना कि भारतीय संस्कृति ने किया है।

  • आप जहां भी रहते हैं, वहाँ अगर 24 घंटे एक स्वयंसेवक की तरह रहते हैं – तो आप हमेशा एक शक्तिशाली स्थान में रहते हैं।

  • अगर कोई व्यक्ति बार-बार अपनी दिशा बदलता रहता है, तो जाहिर है कि उसका कहीं पहुँचने का इरादा नहीं है।

  • अगर आप अपने जीवन को मूल्यवान मानते हैं, तो क्या आपको जीवन के स्रोत को समझने की कोशिश नहीं करनी चाहिए?

  • आपकी चेतना की प्रकृति, आपके जीवन में हर क्षण, आपके शरीर की हर कोशिका में जाहिर होती है।

  • आपके तंत्र के सभी 112 चक्र अपनी परम प्रकृति तक पहुंचने के लिए एक प्रवेशद्वार की तरह इस्तेमाल किए जा सकते हैं।

  • जीवन का विरोधाभास यह है कि आप अनगिनत झूठ पैदा कर सकते हैं, पर सत्य सिर्फ एक है।

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