15 Quotes / Sadhguru Hindi / Part 43

  • जब आप पूरी जागरूकता में अपनी पसंदों और नापसंदों से ऊपर उठ जाते हैं, तो यही परिपक्वता है।

  • करुणा, दूसरों को नीचा दिखाकर उन पर दया करना नहीं है। ये अपने आस-पास की सभी चीज़ों के साथ जुनून के साथ जुड़ना है।

  • अगर आपकी मानवता पूरे प्रवाह में है, तो दिव्यता आपको खोजते हुए आएगी।

  • हमेशा यह देखें कि आप अपने आसपास के लोगों के लिए क्या उत्ताम कर सकते हैं। अर्पण की यही भावना आपको तेजस्वी बनाएगी।

  • डर और असुरक्षा की भावनाएं आप अचेतन होकर पैदा करते हैं। अगर आप उन्हें पैदा न करें, तो उनका कोई अस्तित्व नहीं है।

  • जीवन की अपनी एक गति होती है। आपको जल्दबाजी में होना चाहिए पर ख़ुशी-ख़ुशी, कभी अधीर नहीं होना चाहिए।

  • सत्ता या अधिकार उन लोगों को नहीं दिया जाना चाहिए, जिनमें सबको शामिल करने की भावना न हो।

  • योग सिर्फ अच्छी तरह सेे जीने के लिए नहीं है। यह जीवन के मूल स्रोत को खोजने के लिए है।

  • अनेकों लोग भूखे इसलिए नहीं हैं कि भोजन की कोई कमी है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि लोगों के दिलों में प्रेम और परवाह की कमी है।

  • नेल्सन मंडेला क्रूरता और अन्याय के माहौल में बिना किसी नाराज़गी के ख़ुशी-ख़ुशी रहे। यही सच्ची महानता की विशेषता है।

  • गुरु पूर्णिमा भौतिक प्रकृति से परे जाने की मानवीय क्षमता का और आदियोगी, जिन्होंने इसे संभव बनाया, उनकी महानता का उत्सव है।

  • जो समाज अपनी स्त्रियों का आदर नहीं करता, वो प्रगति और समृद्धि को नहीं पा सकता। मेरी कामना है कि पूरे विश्व में स्त्रीत्व खिले।

  • कोई चीज जो लोगों के जीवन को छूती और रूपांतरित करती है, मैं चाहता हूं कि आप उस चीज को भेंट करने के आनंद और तृप्ति को जानें।

  • आपके शरीर का हर कण निरंतर पूरे ब्रह्मांड के संपर्क में है। योग इसे अनुभव करने के लिए है।

  • अगर हम इस धरती पर अच्छी तरह से जीना चाहते हैं, तो हमें जनसंख्या पर कहीं न कहीं लगाम लगानी होगी।

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