कोई खूबसूरत चीज गढ़ने के लिए जो सबसे महत्वपूर्ण है, वो है – बेफिक्री का भाव, एक पल के लिए खुद को भूल जाना।
अगर आप अपनी नियति को अपने हाथ में लेना चाहते हैं, तो पहले आपको अपने शरीर और मन को वश में करना होगा।
अगर आप सोचते हैं कि आप आधे-अधूरे मन से किसी को प्रेम कर सकते हैं, तो वह प्रेम नहीं है। प्रेम या तो सौ फीसदी होता है या नहीं होता।
जिसे आप सर्वोच्च मानते हैं, उसे बिना विचलित हुए, ध्याैनपूर्वक खोजने पर, आप इस जीवन और इससे परे के आयामों को आसानी से जान सकते हैं।
अगर आप शक्तिशाली ढंग से जीना चाहते हैं, तो आपको हर दिन पांचों तत्वों के संपर्क में रहना होगा।
सही मायनों में सुरक्षित वही है, जिसे सुरक्षा की कोई जरूरत नहीं रह गई है।
समय और स्थान बस आपकी चेतना के प्रक्षेप हैं।
अपने अंंदर सबको शामिल करने का भाव, आध्यात्मिक प्रक्रिया की सिर्फ मौलिक प्रकृति ही नहीं, बल्कि यह खुद जीवन का आधार और लक्ष्य है।
अगर हम अपने दिमाग को शांत नहीं रखते तो फिर दुनिया शांतिपूर्ण कैसे होगी? दुनिया में जो विवाद हैं, वे सब इंसान के दिमाग की ही उपज हैं।
जीवन रुपी यह जो ब्रह्मांडीय घटना घटित हो रही है, इसमें शरीक न होने से ही बोरियत होती है।
आप जो कर रहे हैं, अगर वह आपके और आपके आसपास के हर इंसान के लिए अच्छा है, अगर आप वह खुशी-खुशी, पूरी भागीदारी और गर्व के साथ करते हैं – तो आप जो चाहे कीजिए।
वह परम संभावना, जिसे हम शिव कहते हैं, पूरी तरह से सक्रीय और सुलभ है और यह हमेशा ऐसा ही रहा है।
जब मैं सोचता हूं, तो किसी खास उद्देश्य से ही सोचता हूं। अन्यथा, जीवन इतना प्रचुर है कि व्यर्थ के विचारों के लिए समय ही नहीं होता।
कर्म पुरानी रिकार्डिंग की तरह होता है जो बार-बार बजता रहता है। योग का मतलब है जीवन को सिर्फ एक रिप्ले के बजाय, एक गहन संभावना और अनुभव बना देना।
जब आप सुबह में जागें, तो पहली चीज जो आपको करनी चाहिए, वह है मुस्कुराना। आप जीवित हैं! क्या यह सबसे महत्वपूर्ण चीज नहीं है?