15 Quotes / Sadhguru Hindi / Part 52

  • जैसे जीवन है, मृत्यु भी है। इस सच्चा ई के प्रति जागरूक रहने पर ही आप जीवन को पूर्णता में और तीव्रता के साथ जी सकते हैं।

  • एक दुष्ट व्यक्ति जानकार होता है। एक मूर्ख को लगता है, वो ज्ञानी है। एक संत रिक्त होता है।

  • अगर हम अपने भीतर सही तरह का वातावरण बनाते हैंं – तो हम सभी में आनंद और खुशहाली में रहने की क्षमता है।

  • अगर आप शरीक होना चाहते हैं, लेकिन उलझना नहीं चाहते, तो स्वयंसेवा एक शक्तिशाली साधन है। आपको इसका इस्तेमाल करना चाहिए, चाहे अाप जहां कहीं भी हों।

  • महत्वभकांक्षा ‘अधिक’ के बारे में होती है। दूरदर्शिता ‘सब कुछ’ के बारे में होती है।

  • हम चांद पर जाना जानते हैं, हम मंगल पर खोज-बीन करना जानते हैं, लेकिन अब तक हम यह नहीं जान पाए हैं कि इस धरती पर समझदारी से कैसे रहा जाए।

  • किसी बुद्धिमान व्यक्ति के लिए – जो कुछ भी होता है, वो एक अवसर होता है।

  • जो चीज आप नहीं जानते, उसके बारे में कोई धारणा बना लेना, मूढ़ बने रहने का पक्का तरीका है।

  • एक इंसान के तौर पर आप जबरदस्त तरीके से विकास कर सकते हैं, या फिर आप सुस्त बने रह सकते हैं। यह आपके ही हाथों में हैं।

  • अपनी इच्छाओं को मुक्त करें; इन्हें सीमित मत रहने दें। आपकी इच्छाओं के असीम होने पर ही आपका परम स्वरूप प्रकट होगा।

  • अपनी पसंद और नापसंद के आधार पर फैसलें नहीं लेने चाहिएं। फैसलें इस आधार पर लें कि वह क्या है जो कारगर सिद्ध होगा।

  • जीवन जब संतुलित होता है, तभी वह सुंदर होता है।

  • आध्यात्मिकता का मतलब है कि आप अब कोई और भ्रम रचना नहीं चाहते – आप हर चीज को वैसे ही देखते हैं जैसी वह है।

  • चूंकि लोगों को इंसान होने की विशालता का एहसास नहीं हुआ है, वे सोचते हैं कि उन्हें कोई दूसरी शक्ति चलाती है।

  • समावेश की भावना कोई विचारधारा या दर्शन नहीं है – यह तो जीवन का ढंग है।

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