कृपा बहुत सूक्ष्म होती है। जब तक कि आप सचेत न हों, आप इससे चूक जाएंगे।
आपके पास अपनी योजना है या आप भविष्यवाणियों में विश्वास करते हैं, यही तय करता है कि आपके कार्य सफल होंगे या भाग्य भरोसे होंगे।
समाज में चरित्र व निष्ठा को समृद्ध करने के लिए हमें इसका पोषण करना होगा – अपने भीतर, अपने बच्चों में, और अपनी शिक्षा व्यवस्था में।
दूसरे लोगों की सर्वश्रेष्ठ क्षमताओं को उभार पाने की क्षमता ही आपको एक नेता बनाती है।
मनुष्य के रूप में जन्म लेने की खासियत यह है कि आपके अंदर असीमित होने की क्षमता है। आप अपनी दिव्येता को जीते हैं या नहीं, यह आपके ऊपर है।
अगर आप अपने बच्चों के जीवन को वाकई में उन्नत न बना सकें, तो आपको बच्चे नहीं पैदा करने चाहिए।
कुछ भी पहले से तय नहीं है – यहां तक कि मृत्यु भी नहीं। हर चीज आपके द्वारा ही रची गई है, हालांकि यह ज्यादातर अचेतन तरीके से हुआ है।
प्रेम, आजादी और आनंद है। आसक्ति, बंधन और दुख है।
जीवन गतिशील है, हरदम विकसित हो रहा है। आप जितने ज्यादा गतिशील होते हैं, आपके जीवन में हर समय उतना ही ज्यादा घटित होता है।
जब मैं बोलता हूं, तो मैं कोई शिक्षा नहीं देता हूं। मैं तो बस लोगों में जानने की प्यास जगाता हूं।
ध्यानलिंग एक जीवित गुरु की तरह है। इसकी ऊर्जाएं आपकी आध्यात्मिक लालसा को प्रज्वलित कर सकती हैं, आपका मार्गदर्शन कर सकती हैं, और आपको परम तत्व तक पहुंचा सकती हैं।
आप कितना काम करते हैं, यह आपके जीवन की समृद्धि और परिपूर्णता को तय नहीं करता, बल्कि यह आपके अनुभव की गहराई से तय होती है।
जीवन में चाहे जो भी घटे – अंतत:, जीवन खुद को ठीक कर ही लेता है।
जाति, धर्म, लिंग, या वर्ग का भेदभाव किए बिना, हम इस धरती के हर इंसान को एक आध्यात्मिक प्रक्रिया भेंट करना चाहते हैं।
अगर आप अपने आसपास के लोगों की परवाह करते हैं, तो आपको खुद को ऐसा इंसान बनाना होगा जिसके साथ होना उन्हें अच्छा लगे।