15 Quotes / Sadhguru Hindi / Part 67

  • पिछले सौ सालों में, गैर ज़िम्मेदाराना ढंग से, जनसंख्या कई गुना बढ़ गयी है। जब जगह नहीं होती, तो टकराव बढ़ जाता है।

  • मेरी कामना है कि आपका जीवन आपके अंदर की स्पष्टता और काबिलियत से चले, न कि संयोग से या दूसरों की करुणा और दया से चले।

  • भक्ति एक साधन है, जिससे आप खुद को शून्य में मिटाकर ईश्वर का हाथ बन जाते हैं।

  • आपके व्यक्तित्व में कठोरता जितनी ही कम होती है, आपकी मौजूदगी उतनी ही अधिक प्रबल होती है।

  • अस्तित्व का मकसद अस्तित्व है। ये इतना अद्भुत है, कि इसका कोई अर्थ हो ही नहीं सकता।

  • अगर आप अपना सुरक्षा कवच उतारने के लिए तैयार नहीं हैं, तो आप रूपांतरण के लिए भी तैयार नहीं हैं। जो रूपांतरित नहीं होता, वह मरे हुए के समान है।

  • सत्ता किसी को भ्रष्ट नहीं बनाती। लोग भ्रष्ट होते हैं। जब उन्हें सत्ता मिल जाती है, तो यह स्पष्ट रूप से दिखने लगता है।

  • मेरी कामना है कि आप जीवन के असली मकसद और संभावना को जानें। इस गुरु पूर्णिमा पर आपके ऊपर कृपा है। मैं आपके साथ हूं। आशीर्वाद,

  • आश्रम कोई शरण-स्थल नहीं है। यह स्थान उनके लिए है, जो बिना घर के रहने का अभ्यास करना चाहते हैं।

  • आप जो करना चाहते हैं, उसके लिए आपको हर किसी की स्वीकृति कभी नहीं मिल सकती। इसलिए ऐसी चीजों के बारे में चिंता मत कीजिए।

  • जीवन और मृत्यु सांस लेने और छोड़ने की तरह हैं। ये दोनों हमेशा साथ-साथ होते हैं।

  • अगर आप प्रेम करते हैं, तो जबरदस्त प्रेम करें। अगर आप घृणा करते हैं, तो जबरदस्त घृणा करें। आप चाहे जो भी करें, जिंदगी को जबरदस्ता तरीके से जिएं।

  • पक्षपात व पूर्वाग्रह – एक जहर है, जो हमारे परिवार, धर्म और समाज ने हमें बचपन से दिया है।

  • कर्मों की पुरानी परतें आपसे सिर्फ तभी चिपकी रह सकती हैं, जब आप कर्म रुपी गोंद की नई परतें लगाते जाते हैं।

  • अपने अंदर खुशहाल और आनंदित रहने का सामर्थ्य हम सबके अंदर है – बस जरुरत है अपने अंदर सही किस्म का वातावरण बनाने की।

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