15 Quotes / Sadhguru Hindi / Part 70

  • आज हम पर्यावरण के लिए जो कुछ भी करते हैं, वो कोई सेवा नहीं है – यह हमारे जीवित रहने के लिए जरूरी है।

  • आप जिसे भगवान या सृष्टिकर्ता कहते हैं, वह विशुद्ध प्रज्ञा है – प्रज्ञा जो तर्क से परे है।

  • 130 करोड़ लोगों के इस देश में, अगर हमारी मिट्टी खराब हो जाए और पानी की कमी हो जाए, तो ये एक भयंकर आपदा होगी। आइए हम सब अपनी नदियों के लिए खड़े हों।

  • एक दिन, यह धरती आपको हजम कर लेगी। आप क्या हजम करते हैं, यह तय करता है कि आपको कब हजम किया जाएगा।

  • यह मौका जीवन में एक बार है। सिर्फ हमारे जीवन में ही नहीं – देश के जीवन में एक बार। पानी पीने वाले हर इंसान को नदी अभियान में हिस्सा लेना होगा।

  • क्या आप जीवन में आगे बढ़ रहे हैं? अगर आप यह जानना चाहते हैं, तो बस यह देखिए कि क्या कल के मुकाबले आज आप थोड़े ज्यादा प्रसन्न हैं।

  • बच्चों को सशक्त बनाने का सौभाग्यप शिक्षकों को प्राप्ता होता है। शिक्षक अपने छात्रों को प्रेरणा की जो चिनगारी देते हैं, उसके लिए छात्र जीवनभर उनकी कद्र करते हैं।

  • अगर हमारे अंदर अपने बच्चों के लिए जरा भी प्रेम है, तो हमें अपनी मिट्टी और पानी को उनकी मौजूदा हालत से बेहतर हालत में छोड़कर जाना होगा।

  • हर परमाणु, हर जीव, और आपके शरीर की हर कोशिका में सृष्टि का स्रोत मौजूद है। अगर आप इस तक पहुंच सकें, तो आपका जीवन जादुई हो जाएगा।

  • अच्छी आदतें और बुरी आदतें जैसी कोई चीज नहीं होती। आदत का मतलब है बिना जागरूकता के जीवन जीना।

  • यह धरती संकट में नहीं है – सिर्फ हमारा जीवन संकट में है।

  • दिमाग एक शक्तिशाली यंत्र है। हर विचार, हर भावना, जो आप पैदा करते हैं, आपके शरीर के मूल रसायन को बदल देता है।

  • एक प्राणी को पैदा करना इंसान के हाथ में नहीं है – आप तो सिर्फ एक शरीर बनाने में सहायक होते हैं।

  • अगर आप ब्रह्मांड के किसी दूसरे हिस्से से धरती को देखते हैं, तो हम लोग दिव्य-लोक के प्राणी लगेंगे। यह तो बस एक दृष्टिकोण की बात है।

  • आप किसी के साथ कितनी सुंदरता से जुड़ते हैं, यह सिर्फ आपके इच्छुक होने, लचीलेपन और प्रसन्नता पर निर्भर करता है।

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