15 Quotes / Sadhguru Hindi / Part 72

  • अधिकतर लोग जिसे भक्ति मानते हैं, वह बस धोखा है। वे भगवान के साथ एक आसान सा सौदा करने की कोशिश कर रहे हैं।

  • जो व्यक्ति चैन नहीं जानता, वह स्वाभाविक रूप से बेचैन रहता है।

  • अगर आप हर काम फल पाने की इच्छा से करते हैं, तो आपका अस्तित्व पूरी तरह से क्रियात्मक बन जाएगा।

  • एक वाकई बुद्धिमान दिमाग न तो यादों से प्रभावित होता है और न ही कल्पना से भ्रमित होता है।

  • अगर आप अपनी मौजूदा स्थिति से संतुष्ट हैं तो आप इस बात से अनजान हैं – कि अगर आप कोशिश करते, तो क्या हो सकते थे।

  • प्रेम की गहराई को जानने के लिए आपके कम-से-कम कुछ अंश को मिटना होगा। वरना किसी दूसरे के लिए जगह नहीं होगी।

  • अगर आप भरपूर ध्यान देते हैं, तो आप सृष्टि के राग को जान जाएंगे, और आप सहज ही अपनी खुद की ताल को पा लेंगे।

  • हमें यह मानना होगा कि इस धरती पर जीवन का हर रूप कीमती है।

  • अगर आप अपने मन और शरीर सहित सभी उपकरणों के प्रति आदर भाव रखते हैं, तो हर काम एक आनंदमय और फलदायक प्रक्रिया बन जाता है।

  • विजयादशमी का संबंध अस्तित्व के मौलिक गुणों – तमस, रजस, और सत्व – पर विजय प्राप्त करने से है। मेरी कामना है कि यह दिन आपके लिए विजय का दिन हो।

  • परिवर्तन कितना बड़ा होगा, यह इस पर निर्भर करता है कि कितने लोग इसके लिए कोशिश कर रहे हैं।

  • आप भी महात्मा बन सकते हैं। अगर आप ये विचार छोड़ दें कि “मेरा क्या होगा?” और अपनी पूरी क्षमता से काम करें, तो आप जहां भी हों, तेज से भर जाएंगे।

  • जो भी काम किया जाना है, जो भी आपको अवसर मिलते हैं, जो कुछ भी आपको साझा करना है – उसके लिए यही वक्त है, कल नहीं, इसी वक्त।

  • आप जो गिन सकते हैं, उसका जीवन में सबसे कम महत्व है। आप जो गिन नहीं सकते, वही वाकई मायने रखता है।

  • आप यह जांचते रहें कि आप और आपके काम कितने सचेतन हैं और कितने अचेतन। आत्म-निरीक्षण ही आत्मक-रूपांतरण है।

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