ध्यान एक ऐसे आयाम में प्रवेश करने का अवसर है, जहां आपके अंदर तनाव जैसी कोई चीज नहीं रह जाती।
अगर अप परिवर्तन के खिलाफ हैं, तो आप जीवन के भी खिलाफ हैं।
जो आस्तिक हैं, वो सकारात्मक रूप से विश्वास करते हैं। जो नास्तिक हैं, वो नकारात्मक रूप से विश्वास करते हैं। दोनों ही यह स्वीकार करने को तैयार नहीं होते कि वे नहीं जानते हैं।
आपका स्वास्थ्य और आपकी बीमारियाँ, आपकी खुशी और दुख, सभी आपके भीतर से आते हैं। अगर आप खुशहाली चाहते हैं, तो यही वक्तर है अन्दर मुड़ने का।
हर इंसान में कोई न कोई प्रतिभा है, लेकिन लोग दूसरों जैसा बनने की कोशिश में इसे नष्ट कर देते हैं।
बिना किसी कारण के कोई प्रभाव नहीं हो सकता।
क्या संभव है और क्या नहीं, यह आपका मामला नहीं है। यह फैसला प्रकृति करेगी। आपका सरोकार सिर्फ काम करने से है, उस चीज के लिए काम करने से जो आपके लिए सचमुच मायने रखती है।
बाहरी परिस्थितियां और हालात चाहे जैसे भी हों – जीवन को जीने की भीतरी शक्ति, संतुलन और क्षमता का होना ही आजादी है।
मेरी कामना है कि आपके निर्णय उन चीज़ों पर आधारित हों, जो वाकई मायने रखती हैं और जो कारगर सिद्ध होती हैं, न कि आपकी पसंदों और नापसंदों पर।
पूरे ब्रह्माण्ड के साथ हरदम आदान प्रदान के बिना आप जीवित नहीं रह सकते। यह विचार कि आप अपने आप में एक अलग अस्तित्व हैं, एक भ्रम है।
आध्यात्मिक प्रक्रिया का मतलब है – अपनी मुक्ति की ओर बढ़ना, चाहे आपका अतीत कैसा भी रहा हो।
मेरी कामना है कि आने वाले साल में आप लोगों के जीवन को गहराई से स्पर्श करने की अपार तृप्ति को जानें। आप अपने अंदर की स्थिरता और अंतर्दृष्टि के गहन लम्होंी को जानें। मैं आपके साथ हूँ। प्रेम और आशीर्वाद
पूर्ण स्थिरता और परम गति शिव की प्रकृति हैं – और यही मार्ग है।
जीवन समय और ऊर्जा की एक खास मात्रा है। इस समय और ऊर्जा का हर किसी की भलाई के लिए अधिकतम उपयोग करना ही वो एकमात्र चीज़ है, जो मायने रखती है।
डर हमेशा उस चीज़ के बारे में होता है, जो अभी तक नहीं हुई है, या कभी नहीं होगी।