15 Quotes / Sadhguru Hindi / Part 94

  • अगर आप अपने भीतर सहज रहना जानते हैं, तो हर परिस्थिति एक अवसर बन जाती है।

  • आप जो भी करें, स्टाइल में करें। लेकिन ये जरूरी नहीं कि सब कुछ एक ही स्टाइल में करें।

  • अपने प्रेम का विस्तार करें! जब हम पूरे ब्रह्माण्ड से प्रेम कर सकते हैं, तो सिर्फ एक ही इंसान से प्रेम क्योंर करें।

  • मैं जवानी को जी रहा हूं। मैं कोई भोग विलास का सुख नहीं खोज रहा हूं, बल्कि चुनौती व जोखिम लेना चाहता हूं।

  • चाहे वह शराब हो, नशीली दवाएं हों, या दूसरी खतरनाक चीजें हों – बहुत सारी जिंदगियां अपनी सीमाओं को तोड़ने की गुमराह कोशिशों में बरबाद हो गई हैं।

  • मैं हमेशा नशे में होता हूं। कोई शराब या नशीला पदार्थ नहीं लेता। अपने अंदर ही आनंद पैदा करने का एक तरीका है।

  • जिन चीजों को आप नहीं जानते उनको सच मान लेने का जो अहंकार है, उसे धर्म कहा जाता है।

  • आपका गुस्सा आपकी समस्या है – इसे अपने तक ही रखिए।

  • बेवकूफी भरे नये-नये चलन आते-जाते रहते हैं। जीवन जारी रहता है।

  • यह शरीर एक ऐसा उपकरण है, जो इस्तेमाल करने से और बेहतर होता जाता है।

  • बिना समझदारी के तकनीक के इस्तेमाल से विनाश ही होता है।

  • अपराधबोध सामाजिक स्तर पर पनपी एक भावना है – एक ऐसा जहर जिसका इस्तेमाल आप खुद के खिलाफ करते हैं।

  • गणेश जी बुद्धि व प्रज्ञा के मूर्त रूप हैं। आज का दिन अपनी बुद्धि को बढ़ाने के लिए है, न कि अपने पेट को।

  • गणेश जी बुद्धि व प्रज्ञा के मूर्त रूप हैं। आज का दिन अपनी बुद्धि को बढ़ाने के लिए है, न कि अपने पेट को।

  • शिक्षण का काम कोई पेशा नहीं होना चाहिए – इसे एक जुनून होना चाहिए। सिर्फ तभी शिक्षा जानकारी की बोझ न बनकर, सत्य की खोज बनेगी।

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