15 Quotes / Sadhguru Hindi / Part 107

  • आपकी राय या विचार मोतियाबिंद की तरह होते हैं। वे आपको स्पष्ट रूप से देखने नहीं देते।

  • उम्र के साथ, आपके शरीर की फुर्ती कम हो सकती है; आपकी जीवंतता को कम नहीं होना चाहिए।

  • अगर आप सृष्टि को वैसी ही देखें, जैसी ये है – तो आपको यह बेहद खूबसूरत दिखाई देगी।

  • आपको इसे सजाने की जरुरत नहीं है – ना ही अपने जीवन को, ना ही किसी और चीज़ को।

  • अभी आप जैसे हैं, अगर उसके लिए खुद को सौ प्रतिशत जिम्मेदार मानते हैं, तो एक बेहतर कल की निश्चित रूप से संभावना है।

  • अगर आप ये हर दिन नहीं करते, तो महीने में कम से कम एक बार इसका आंकलन जरूर कीजिए – कि क्या आप एक बेहतर इंसान में विकसित हो रहे हैं?

  • प्रेम के लिए कोई बीमा नहीं होता। इसे जीवंत बनाए रखने के लिए जागरूकता की जरूरत होती है।

  • सोचने’ का मतलब है, उस जानकारी को बार-बार दोहराते रहना जिसे आपने अतीत में जमा किया है।

  • लोगों के द्वारा सरकार चुनी जाती है। जब यह लोगों के लिए काम नहीं करती है, सिर्फ तभी आलोचना व निंदा करना उचित है। किसी खास मकसद से प्रेरित ग्रुपों द्वारा हरदम जहर उगलना – इसका प्रजातंत्र से कोई संबंध नहीं है।

  • आपकी प्रेम करने की क्षमता, लोगों तक पहुंचने की, और जीवन को अनुभव करने की क्षमता असीम है। सीमाएं सिर्फ मन की होती हैं।

    प्रजातंत्र का मतलब है कि उंगलियां उठाने की बजाय, हम सब इस जगह को, रहने के लिए एक शानदार जगह बनाने में, सक्रिय रूप से हिस्सा लें।

  • औरतों के मर्दों से कमतर होने की सोच बेतुकी है। जब मर्द, औरत की कोख से ही जन्मा है, तो वो बेहतर और औरत कमतर कैसे हो सकती है?

  • मेरी कामना है कि शिव की ये शानदार रात्रि, महाशिवरात्रि, आपके लिए जागृति की रात बन जाए।

  • शिव का अर्थ है, ‘वह जो नहीं है।’ शून्य पूरे अस्तित्व का आधार है और यह ब्रह्माण्ड का मौलिक गुण है।

  • भारतीय शास्त्रीय संगीत और नृत्य को कुछ यूं रचा गया है, कि वे आध्यात्मिक संभावना पैदा करते हैं।

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