जीवन, समय और ऊर्जा का नृत्य है। इन दोनों को खूब तालमेल में रखने में ही जीवन की सुंदरता है।
हर काम ऐसे कीजिए, जैसे वो आपका आखिरी काम हो। रोककर रखने के लिए कुछ नहीं होता, और भविष्य के लिए बचाकर रखने के लिए भी कुछ नहीं होता।
जब लोग अकेले होते हैं, तब वे आध्यात्मिक बन जाते हैं। जब वे समूह में होते हैं, तब धार्मिक बन जाते हैं।
भीतरी खुशहाली की तकनीकें आज सबसे महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि जैसे-जैसे बाहरी दुनिया में हमारे लिए संभावनाएं बढ़ती हैं, हमारा भीतरी खालीपन उतना ही अधिक स्पष्ट नजर आने लगता है।
आप अपने आस-पास के लोगों, चीजों, या जहाँ रहते है उस जगह के साथ कितने तालमेल में हैं – यही तय करेगा कि आप दुनिया में कितनी सहजता से काम करते हैं।
हम सभी को अपनी भीतरी समझ के अनुसार वोट देना चाहिए, इस आधार पर कि देश के लिए सबसे अच्छा क्या है। अगर हम समुदाय, जाति या धर्म के आधार पर वोट देते हैं, तो हम लोकतंत्र का मज़ाक बना देंगे।
हर जीव एक संभावना है। अगर आप उस संभावना को खुला रखना चाहते हैं, तो कभी किसी व्यक्ति के बारे में किसी भी प्रकार की राय मत बनाइए।
जो इंसान बार-बार अपनी दिशा बदलते रहता है, जाहिर है कि उसमें कहीं पहुँचने की इच्छा नहीं है।
जब आप खाते हैं, तब आप धरती के एक हिस्से को अपने भीतर लेते हैं। जैसा बर्ताव हम इस धरती के साथ करते हैं, वैसा ही बर्ताव हम अपने शरीर के साथ करते हैं।
अगर आपको दुनिया की चिंता है, तो सबसे पहले आप अपने को एक खुश इंसान में रूपांतरित करें।
अतीत और भविष्य का अस्तित्व सिर्फ आपकी याद्दाश्त और कल्पना में है। जो अभी इस पल में है, यही एकमात्र चीज है, जिसका आप अनुभव करते हैं।
परम दिव्यदर्शी आदियोगी के द्वारा चंद्रमा को आभूषण की तरह पहनना इस ओर संकेत करता है कि उनका बोध अपने शिखर पर पहुंच गया है। बोध का पैनापन ही अनुभव की गहराई को तय करता है।
एक देश के रूप में परिपक्व होने का समय आ गया है। आइये ये स्पष्ट रूप से बता दें, कि मुफ्त में चीज़ें देकर वोट नहीं खरीदा जा सकता। हम सभी की खुशहाली के लिए टिकाऊ समाधान चाहते हैं।
आपके द्वारा बोला गया हर शब्द, आपके द्वारा अपने जीवन में किया गया हर कार्य – क्या यह सबके कल्याण के लिए है, या ये सिर्फ आपके लिए है? बस इस एक चीज को ठीक कीजिए।
वासना एक जबरदस्त जरूरत होती है। प्रेम कोई जरूरत नहीं है। जब आप प्रेम करते हैं, तब आप स्थिर और शांत हो जाते हैं; फिर और किसी चीज़ की जरुरत नहीं रह जाती।