15 Quotes / Sadhguru Hindi / Part 113

  • इस संस्कृति में, आपको न सिर्फ अपना भगवान चुनने की आजादी है, बल्कि उस तरह का भगवान बनाने की भी आजादी है, जिसके साथ आप जुड़ सकें।

  • जिसे आप उत्कृष्ट या बेहतरीन कहते हैं, यह किसी दूसरे से बेहतर होने के बारे में नहीं है। बेहतरीन का मतलब है: पूरी सहजता में, अपने चरम स्तर पर कार्य करना।

  • हर इंसान के पास सपने होते हैं, लेकिन कितने लोग उस सपने को साकार करने के लिए अपना जीवन दांव पर लगाने को तैयार हैं?

  • बहुत सारे इंसान डर से या अपराधबोध से अपंग हो गए हैं। मानवता की इस अपंगता को धर्म का जामा पहनाया गया है।

  • इंसानी रिश्तों से कुछ पाने की आपकी जो जरूरत है, अगर आप उसे खत्म कर देते हैं, अगर आप खुद-ब-खुद आनंद से भर जाते हैं, तो आप हर तरह के लोगों के साथ शानदार रिश्ते रख सकते हैं।

  • बच्चों को किसी जाति, संप्रदाय, या वर्ग में फिट होने की जरूरत नहीं है। उन्हें अपनी खुद की प्रकृति में खिलने की जरुरत है।

  • आप किसी चीज के बारे में जितना ज़्यादा जानते हैं, आप उसे उतना ही बेहतर संभाल सकते हैं। आप खुद को जितना ज़्यादा जानते हैं, आप खुद को उतना ही बेहतर संभाल सकते हैं। इसी को आत्म-ज्ञान कहते हैं।

  • आपके विचार और भावनाएं एक ड्रामा हैं, जो आप अपने मन में पैदा करते हैं। आप इस ड्रामा का निर्देशन वैसे करने के काबिल बनें, जैसे आप चाहते हैं।

  • लोग इस तरह की फिलॉसफ़ी देते हैं, ‘भगवान का शुक्र है कि आज शुक्रवार है!’ हफ्ते में पांच दिन जो आप कर रहे हैं, अगर आप उसका आनंद नहीं ले रहे हैं, तो आप वो काम कर क्यों रहे हैं? ये जिंदगी बहुत छोटी है।

  • भक्ति सबसे ऊंचे दर्जे की बुद्धि है। जब आपमें भक्ति की मिठास की बाढ़ आती है, तब आपके अन्दर जो भी उत्तम है, उस ढंग से काम करते हैं।

  • अपने जीवन जीने के तरीकों को बस दोहराते मत रहिए। आप हर दिन जो छोटी-छोटी चीजें करते हैं, आपके सोचने, महसूस करने, समझने, और काम करने के तरीके – आज आप उन्हें थोड़े अलग ढंग से कीजिए। देखिए कैसा लगता है।

  • प्रेम करने की, दूसरों तक पहुँचने और जीवन को अनुभव करने की आपकी क्षमता की कोई सीमा नहीं है। सीमाएं सिर्फ शरीर और मन के काम करने की होती हैं।

  • आपका जीवन अपने आप में कोई अलग अस्तित्व नहीं है। जो सांस आप छोड़ते हैं, उसे पेड़ अपने अन्दर लेते हैं; जो पेड़ बाहर छोड़ते हैं, उसे आप अन्दर लेते हैं। अगर यह सभी के अनुभव में होता, तो क्या हमें आपको पेड़ लगाने और उनकी सुरक्षा करने के लिए कहना पड़ता?

  • जीवन आपके भीतर से घटित होता है। अगर आपके जीवन में जीवन का स्रोत ही सबसे ऊँची सत्ता है, तो सराहना या उपहास भरी राय का कोई महत्व नहीं होगा।

  • पेड़ लगाना प्यार की एक बहुत बड़ी अभिव्यक्ति है। आप नहीं जानते कि आप इसकी छाँव या फलों का आनंद ले पाएंगे या नहीं, लेकिन आपको पता है कि कोई-न-कोई इसका आनंद लेगा।

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