गौतम बुद्ध के अनमोल वचन

  • “आकाश में पूरब और पश्चिम का कोई भेद नहीं है,लोग अपने मन में भेदभाव को जन्म देते हैं और फिर यह सच है ऐसा विश्वास करते हैं।”-

  • “आप पूरे ब्रह्माण्ड में कहीं भी ऐसे व्यक्ति को खोज लें जो आपको आपसे ज्यादा प्यार करता हो, आप पाएंगे कि जितना प्यार आप खुद से कर सकते हैं उतना कोई आपसे नहीं कर सकता ।”

  • “आपके पास जो कुछ भी है, उसे बढ़ा-चढ़ा कर मत बताइए, और ना ही दूसरों से ईर्ष्या कीजिये। जो दूसरों से ईर्ष्या करता है उसे मन की शांति नहीं मिलती

  • “आपको क्रोधित होने के लिए दंड नहीं दिया जायेगा, बल्कि आपका क्रोध खुद आपको दंड देगा

  • “इंसान के अंदर ही शांति का वास होता है,उसे बाहर ना तलाशें

    “एक जलते हुए दीपक (मोमबत्ती) से हजारों दीपक रौशन किए जा सकते है, फिर भी उस दीपक की रौशनी कम नहीं होती। उसी तरह खुशियाँ बाँटने से बढ़ती है,कम नहीं होती।”

  • “एक शुद्ध निःस्वार्थ जीवन जीने के लिए, एक व्यक्ति को प्रचुरता में भी कुछ भी अपना नहीं है ऐसा भरोसा करना चाहिए।”

  • “किसी परिवार को खुश, सुखी और स्वस्थ रखने के लिए सबसे जरुरी है- अनुशासन और मन पर नियंत्रण। अगर कोई व्यक्ति अपने मन पर नियंत्रण कर ले तो उसे आत्मज्ञान का रास्ता मिल जाता है।”

  • “किसी विवाद में हम जैसे ही क्रोधित होते हैं हम सच का मार्ग छोड़ देते हैं,और अपने लिए प्रयास करने लगते हैं।”

  • “क्रोधित रहना, जलते हुए कोयले को किसी दूसरे व्यक्ति पर फेंकने की इच्छा से पकड़े रहने के समान है यह सबसे पहले आप को ही जलाता है।”

  • “खुद पर विजय प्राप्त करें- दूसरो के सामने कुछ भी साबित करने से पहले यह जरूरी है कि हम खुद को साबित करें हर इंसान की प्रतिस्पर्धा पहले खुद से होती है इसलिए दूसरों पर जीत हासिल करने से पहले यह जरुरी है कि हम खुद पर जीत हासिल करें।”

  • “खुशियों का कोई रास्ता नहीं, खुश रहना ही रास्ता है

  • “खुशी हमारे दिमाग में है- खुशी,पैसों से खरीदी गई चीजों में नहीं बल्कि खुशी इस बात में है कि हम कैसा महसूस करते हैं, कैसा व्यवहार करते हैं और दूसरे के व्यवहार का कैसा जवाब देते हैं इसलिए असली खुशी हमारे मस्तिष्क में है

  • “गुजरा वक्त वापस नहीं आता – हम अक्सर ऐसा सोचते हैं कि अगर आज कोई काम अधूरा रह गया तो वो कल पूरा हो जाएगा हालांकि जो वक्त अभी गुजर गया वो वापस नहीं आएगा

  • “घृणा (बुराई) से घृणा (बुराई) कभी खत्म नहीं हो सकती। घृणा को केवल प्रेम द्वारा ही समाप्त किया जा सकता है और यह एक प्राकृतिक सत्य है।”

    “जिस तरह एक मोमबत्ती बिना आग के खुद नहीं जल सकती, उसी तरह एक इंसान बिना आध्यात्मिक जीवन के जीवित नहीं रह सकता।”

  • “जो गुजर गया उसके बारे में मत सोचो और भविष्य के सपने मत देखो केवल वर्तमान पे ध्यान केंद्रित करो

  • “निश्चित रूप से जो नाराजगी युक्त विचारों से मुक्त रहते हैं वही शांति पाते हैं

  • “निष्क्रिय होना मृत्यु का एक छोटा रास्ता है, मेहनती होना अच्छे जीवन का रास्ता है, मूर्ख लोग निष्क्रिय होते हैं और बुद्धिमान लोग मेहनती

  • “परमात्मा ने हर इंसान को एक जैसा बनाया है अंतर सिर्फ हमारे मस्तिष्क के अंदर है।”

  • “पैर तभी पैर महसूस करता है जब यह जमीन को छूता है।”

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